Incredible Mirzapur

The Goddess City of Uttarpradesh

mirzapuri masala

हर Mirzapuri नौजवान को अपने जीवन में 5 चीज़ों का बेसब्री से इंतज़ार रहता है

जज्बातों के शहर Mirzapur में आज आपको उन 5 चीज़ों से रूबरू कराते है जिसका इंतज़ार यहाँ का हर Mirzapuri लौंडा बेसब्री से करता हैं और मौका मिलते ही बस लपक लेता है।

1. KBPG और Binani में छात्र नेता बनने का 

kb collage mirzapur

Mirzapur में छात्र कम छात्रनेता अधिक पाये जाते है। यहाँ का हर छात्र नेता kbpg / binani से कॉलेज चुनाव लड़ने की रणनीति जरूर बनाता है, अपने स्कूल के दिनों से ही युवा नेता भैया से सम्बन्ध बनाने का सिलसिला शुरू हो जाता है । कोई नेता बन भी जाता है और जो नेता नही बन पाता वह अच्छा प्रवक्ता जरूर बन जाता है जिसका काम नए लड़को को नेता बनने के गुर सिखाना होता है ।

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2. प्रेमिका के साथ Spicy Bite में चाउमीन खाने का 

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Narghat से स्कूल आते जाते लगभग सभी Mirzapuri को एक ना एक बार इश्क़ का नशा चढ़ ही जाता है, फिर होता है इंतज़ार की कब मैडम हा बोले और उनके साथ बगल के रेस्टोरेंट स्पाइसी बाईट में बैठकर बढ़िया चाउमीन खाये और प्रेम का इजहार करदे । 

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3. लड़की के साथ Rajshree Palace में मूवी देखने का 

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कॉलेज जाते समय रास्ते में पड़ता है सिनेमा और सिनेमा देखे तो किसके साथ, दोस्तो के ऊपर कौन टिकट बर्बाद करे । तो एक अच्छे हमसफ़र का हमेशा इंतज़ार रहता है की कब कोई आये और हम ले जाए उसे सिनेमा दिखाने । 

जो 5 की चाय के बिल के लिए दोस्तो का इंतज़ार करते है वो यहाँ बड़े आनंद से 70 की कॉफी अपने मैडम को ऑफर कर देते है – पैसा बहोत है बस तुम हा बोलो ।

4. खड़ंजा फाल में इंटरनेशनल लिट्टी चोखा का प्रोग्राम 

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बारिश शुरू नही हुई की पोगराम बनाने की जुगड़बन्दी शुरू हो जाती है, कोई कॉलेज से छुट्टी मारता है तो कोई लंच में स्कूल छोड़ के भाग जाता है ।

Mirzapur में एक से बढ़कर एक Water Falls मिल जाएंगे जहाँ बाटी चोखा का आनंद ही अलग है । माँ कसम एक स्वर्ग लोक वाली फीलिंग आ जाती है

5. पक्काघाट के बारह दरी से छलांग लगाने की 

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जुलाई अगस्त में जब पानी बढ़कर घाटों को डुबो देता है तब एक भारी बकैतो की टोली पक्काघाट पे एकत्र होती है, और शुरू होती है बारहदरी से कूदने की बहादुरी जिसे फिलहाल कुछ लोग ही कर पाते है ।

लेकिन दुसरो को कूदते देख वहाँ खड़े हर नौजवान के मन में आ जाता है की बस कपड़ा उतारे और हम भी कूद जाए, फिर अपने फीलिंग्स को काबू में करके एक सेल्फी खींच के वापस बकैती में लीन हो जाते है ।

मिर्ज़ापुर – यह सिर्फ शहर नही, जज्बात है

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